संविधान की पुस्तक में कितने पेज है: नमस्कार दोस्तों हमारे वेबसाइट पर आप लोगों का बहुत-बहुत स्वागत है आज हम आप लोगों को बताने वाले संविधान की पुस्तक में कितने पेज हैं और संविधान का समय कितने पेज का है भारत का संविधान कितने पेज का और संविधान के लिखने वाले व्यक्ति कौन थे भारत का संविधान बनाने में कितना समय लगा था और भारत संविधान की परिभाषा क्या है इसके बारे में भी आप लोगों को पूरी जानकारी देने वाले आप लोगों को बताने वाले हैं कि भारतीय संविधान कितने शब्दों से मिलकर बना है भारत का संविधान कितने घंटों में लिखा गया था और संविधान के लिखने वाले व्यक्ति कौन थे संविधान सभा के मोहर पर किसका चित्र है इसके बारे में भी आप लोगों को बताया गया तो आप लोगों को बता दें कि आज नटराज भारत के संविधान के अनुसार शासित है कि संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को ग्रहण किया गया था तथा 26 जनवरी 1950 को पारित हुआ और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान की पुस्तक में कितने पेज के हैं इसके बारे में अगर आप बात करें तो आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान 251 पेज का है जो सभी संविधान को परख कर बनाया गया है या संविधान 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया था लेकिन इसकी घोषणा 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात ही हुई थी तो जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि अगर आप लोग भारत का संविधान की पुस्तक में कितने पेज हैं इसके बारे में अगर पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप लोग नीचे लिस्ट और पोस्ट के माध्यम से बहुत ही आसानी से इंफॉर्मेशन प्राप्त कर सकते हैं
भारत का संविधान कितने पेज का है? (How many pages is the constitution of India?)
भारत का संविधान कितने पेज का है इसके बारे में आप लोगों को बताने वाले हैं तो आप लोगों को बताने की जो भारत का संविधान है वह 251 पेज का है जो सभी संविधान को पढ़कर बनाया गया संविधान 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया था लेकिन इसकी घोषणा 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात ही कर दी गई थी भारत का संविधान देश की आजादी के बाद भारतीय संविधान सभा का गठन हुआ संविधान सभा में कुल 379 सदस्य थे जिसमें 15 महिलाएं संविधान की ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकर थे और जानकारी के लिए आप लोगों को बताने की संविधान की मूल प्रति हिंदी और अंग्रेजी से हाथ से लिखी गई है इसे प्रेम बिहारी रायजादा ने लिखा है रायजादा ने पेन होल्डर नेम से संविधान के हर पन्ने को बहुत खूबसूरत सुलेखन यानी कैलीग्राफी प्रेम बिहारी का खानदानी शौक था और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि भारत में कुल कितनी धाराएं हैं तो अनुकूलन आदेश से 1948 विद अनुपालन आदेश 1950 और 1951 के अधिनियम संख्या 3 की धारा से तीन और अनुसूची धारा किया गया है आदेश अनुकूलन आदेश 1948 अनुकूलन आदेश 1950 और 1951 धारा दो मूल धारा के स्थान पर पर स्थित अपन है और जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं कि 67 साल पहले भारत का संविधान तैयार हुआ था इस संविधान की एक मूल प्रति ग्वालियर की सेंट्रल लाइब्रेरी में रखी हुई है इस व्रत में पहला राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सहित संविधान सभा के सदस्यों के हस्ताक्षर हैं
संविधान को लिखने वाला व्यक्ति कौन था? (Who is the writer of constitution of India?)
जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं कि संविधान को लिखने वाले व्यक्ति कौन थे तो जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि संविधान की मूल प्रति हिंदी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी गई है इसे प्रेम बिहारी रायजादा ने लिखा है रायजादा ने पेन होल्डर नेम से संविधान के हर पन्ने को बहुत खूबसूरत है इटैलिक अच्छा से लिखा है सुलेखन यानी कैलीग्राफी प्रेम बिहारी का खानदानी शौक है और आप लोगों को बता दें कि भारतीय संविधान लिखने वाली सभा 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 में अपना काम पूरा कर लिया और 26 जनवरी 1950 को या संविधान लागू हुआ इसी दिन के याद में हम हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मानते हैं
भारत का संविधान बनने में कितना समय लगा? (How long did it take to make the constitution of India?)
जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं भारत का संविधान बनाने में कितना समय लगा संविधान सभा ने भारत संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवंबर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को संबोधित किया और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि संविधान सभा में दो हिस्सों में बढ़ गई भारत का संविधान सभा और पाकिस्तान के संविधान सभा भारतीय संविधान लिखने वाली सभा 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद थे संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 में अपना काम पूरा कर लिया और 26 नवंबर 1950 को संविधान लागू कर दिया गया पूरे भारतवर्ष में और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि संविधान का मसौदा संविधान सभा द्वारा तैयार किया गया था जिसे प्रांतीय विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा चुना गया था 389 सदस्य विधानसभा भारत के विभाजन के बाद घटकर 299 हो गई को 165 दिनों की अवधि में 11 जनों वाले संविधान का मसौदा तैयार करने में लगभग 3 साल लगे थे
भारतीय संविधान की परिभाषा (Definition of constitution of India)
तो जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं भारतीय संविधान की परिभाषा क्या है संविधान शब्द का प्रयोग साधारणतया संकुचित एवं दृष्टि से दो रूपों में होता है विस्तृत रूप में इसका प्रयोग किसी राज्य के शासन प्रबंध संबंधी सब नियमों के लिए होता है और आप लोगों को बता दें इन नियमों में कुछ ऐसे नियम न्यायालयों द्वारा मान्य तथा लागू किए जाते हैं किंतु कुछ ऐसे भी होते हैं जो पूर्णतया वैधानिक नहीं होते हैं और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 में प्रभावी हुआ या दिन 26 नवंबर भारत संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया जबकि 26 जनवरी का दिन भारत का गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है
भारतीय संविधान कितने शब्दों से मिलकर बना है? (The constitution of India is made off of how many words?)
भारतीय संविधान कितने शब्दों से मिलकर बना है इसके बारे में आप लोगों को बताने वाले हैं तो आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान विश्व के किसी भी संप्रभु देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है जिससे उसके अंग्रेजी भाषी संस्करण में 146,385 शब्दों के साथ 25 भागों में 448 अनुच्छेद 12 अनुसूची और 104 संशोधन है जबकि शब्दों के आधार पर मोनाको का संविधान सबसे छोटा लिखित संविधान है जिसमें 57 अनुच्छेदों हैं साला की जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान कितने देशों ने लिया है तो भीमराव अंबेडकर ने विश्व के महत्वपूर्ण 60 देशों के संविधान ओं का अध्ययन कर भारत संविधान आज ही के दिन 26 नवंबर 1949 को तैयार किया था जिस पर संविधान सभा के 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए
भारत का संविधान कितने घंटे में लिखा गया था?
भारत का संविधान कितने घंटे में लिखा गया है इसके बारे में आप लोगों को पूरी जानकारी देने वाले हैं तो आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान 25,992 हजार घंटा में लिखा गया है और आप लोगों को बता दें कि भारतीय संविधान की कॉपियां हिंदी और अंग्रेजी हाथ से लिखी गई है संसद भवन की लाइब्रेरी में सुरक्षित रखी हुई बता दे कि भारतीय संविधान हाथ से लिखा गया है जो आज भी संसद की लाइब्रेरी में सुरक्षित है इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था
संविधान बनाने में सबसे बड़ा योगदान किसका है
तो आप लोगों को बता दें कि 12 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभी के तरफ से इसे अपनाया गया और 26 नवंबर 1950 को इसे लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया यही वजह है कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है भारतीय संविधान को तैयार करने में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का सबसे अहम योगदान रहा है हालांकि इसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति किसी भी धर्म का हो सकता है या निर्णय ले सकता है शिवा किसी भी धर्म का पालन नहीं करेगा धार्मिक स्वतंत्रता का या व्यर्थ है कि सभी व्यक्तियों को अपने धर्म का अवैध रूप से मनाने उसके अनुसार आचरण करने और प्रचार करने का समान हक होगा लेकिन धार्मिक स्वतंत्रता पर कुछ प्रतिबंध भी हैं और जानकारी के लिए आप लोगों को बता देंगे 67 साल पहले भारत का संविधान तैयार हुआ था इस संविधान की एक मूल प्रति ग्वालियर की सेंट्रल लाइब्रेरी में रखी हुई है इस प्रेस में पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और साहित्य संविधान सभा के सदस्यों के हस्ताक्षर हैं

संविधान सभा की मुहर पर किसका चित्र था?
संविधान सभा की मुहर पर किस का चित्र है इसके बारे में आप लोगों को बताने वाले हैं तो आप लोगों को बता दें हाथी का संविधान सभा का प्रत्येक मोहर के रूप में अपनाया गया था हालांकि 26 जनवरी 1950 को 165 दिनों के विचार विमर्श के बाद भारत की संविधान सभा 284 सदस्यों ने सर्वसम्मति से संविधान को अपनाया दस्तावेज की मूल से लेकर त्वरित किया कलाकार नंदलाल बोस और शांति निकेतन में उनके छात्रों को भेजी गई जिन्होंने 22 भागों में प्रत्येक को प्रस्तुत कला से सजाया और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि दरअसल भारतीय संविधान की मूल प्रति के कवर पेज पर अशोक स्तंभ के तीन शेर अंकित हैं अंदर के पृष्ठों पर बॉर्डर के गए हैं उन्हें रोकने के वाले इंदौर के कलाकार दीनानाथ भार्गव और उनके साथी कलाकारों का संविधान में कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है
भारत में कितने अधिकार हैं |Bharat mein kitne Adhikar Hain
भारत में कितने अधिकार हैं इसके बारे में आप लोगों को पूरी जानकारी देने वाले हैं तो आप लोगों को बता दें कि जिसे 44 वें संविधान संशोधन द्वारा हटा दिया गया था अब केवल छह मौलिक अधिकार हैं जो इस प्रकार हैं
- सभी लोग और नागरिक और बाहरी लोगों को कानून विधि के समक्ष समानता का अर्थ है
- किसी भी राज्य के व्यक्ति को कानून के समक्ष समानता और भारत के सीमा क्षेत्र के भीतर कानून सामान सुरक्षा से इंकार नहीं करेगा
- स्वतंत्रता के अधिकार अनुच्छेद 1922
- शोषण के विरुद्ध अधिकार अनुच्छेद 23 से 24
- धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार अनुच्छेद 35 से 28
और जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं कि भारत के कितने अधिकार हैं और मानव अधिकार दिवस कब लागू हुआ तो आप लोगों को बता दें कि मानव अधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है मानवाधिकारों की पहली वैसे घोषणा और एक नए संयुक्त राष्ट्र की पहली प्रमुख उपलब्धियों में से एक मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा की 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अंग करण और उद्घोषणा का सम्मान करने के लिए तिथि का चयन किया गया था
महिलाओं का अधिकार क्या है
यह बदलाव राष्ट्रीय महिला आयोग कानून 1990 तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग कानून 1993 से ज्यादा प्रसारित होगा इस संस्थान के आने के बाद महिलाओं से जुड़ी समस्याओं पर ज्यादा गहराई से अध्ययन किया गया उनका निदान ढूंढा गया तथा लोक मिशन तथा आफ इंडिया महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए थे जिनके आलोक विभिन्न कानून बने हैं भारतीय कानून में महिलाओं का 11 अलग-अलग अधिकार मिले हैं इनमें आहे में दफ्तर में यौन उत्पीड़न के खिलाफ सुरक्षा का अधिकार किसी घटना की स्थिति में जीरो एफ आई आर दर्ज करने का अधिकार और बराबर वेतन पाने का अधिकार आदि हैं भारत सरकार ने महिलाओं के लिए कई अधिकार भी दिए हैं
महिलाओं के लिए कौन सी धारा है
महिलाओं के लिए कौन सी धारा है इसके बारे में आप लोगों को बताने वाले तो आप लोगों को बता दें कि धारा 363 में व्याप हरण के अपराध के लिए दंड देने पर 7 साल का कारावास है और धारा 363 के काम में भीख मांगने के प्रयोजन से किसी महिला का अपहरण या विकलांग ई करण करने पर 10 साल का कारावास और जुर्माना है धारा 365 में किसी व्यक्ति स्त्री का गोश्त रुपए अपहरण हत्या अपहरण करने पर 7 वर्ष का कारावास अथवा जुर्माना अथवा दोनों धारा 366 में है और आप लोगों को बता दें कि अगर कोई व्यक्ति गाली गलौज करता है दूसरे को अश्लील गालियां देना भारतीय दंड संहिता की धारा 294 में दंडनीय अपराध है और जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि लड़के को कोई अगर परेशान करता है तो उसकी सजा क्या है चार बनी सड़क या सार्वजनिक स्थान पर शब्दों या कृतियों के साथ महिलाओं को अश्लील रूप से परेशान करना अवैध है अगर ऐसा किया जाता है तो उसे 1 साल तक की कैद और लगभग ₹100000 की जुर्माने का सामना करना पड़ता है
विवाहित महिला के अधिकार
जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं कि विवाहित महिला के अधिकार कौन-कौन है तो आप लोगों को बता दें कि गरिमा और स्वाभिमान के साथ जीने का अधिकार है एक पति को अपने जीवन गरिमा के साथ जीने और पति के ससुराल वालों की तरह जीवन जीने का अधिकार है उसे किसी भी मानसिक या शारीरिक यातना से मुक्त होकर जीने का भी अधिकार है बच्चे के भरण-पोषण के अधिकार पति और पत्नी को अपने नाबालिक बच्चे का भरण पोषण करना चाहिए जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि पति अपने पति की संपत्ति में बराबर हिस्सा पाने का हकदार होती है हालांकि अगर पति ने वसीयत के जरिए उस संपत्ति से बाहर कर दिया है तो उसे अपने पति के संबंध पाने का अधिकार नहीं है
- गरिमा और स्वाभिमान के साथ जीने का अधिकार
- एक पति को अपने जीवन गरिमा के साथ जीने और पति को और ससुराल वालों की तरह जीवन जीने का अधिकार है
- महिलाओं के अधिकार में कुछ विषय के हक अखंडता और सहायता कार्य करने की आजादी
- यौन हिंसा से मुक्त
- मत देने की आजादी
- सार्वजनिक पद धारण करने की आजादी
- कानूनी कारोबार में प्रवेश करने की आजादी
- पारिवारिक कानून में बराबर हक
- काम करने की आजादी और समान वेतन के प्राप्ति
- प्रजनन अधिकारों की स्वतंत्रता
- शिक्षा प्राप्ति का हक
जानकारी के लिए आप लोगों को बताने वाले हैं विवाहित महिला के अधिकार कौन-कौन है इसके बारे में आप लोगों को पूरी जानकारी देने वाले हैं तो आप लोगों को बता दें कि पत्नी के पास उसके स्त्रीधन के स्वामित्व के जुड़े सभी अधिकार है जैसे विवाह से पूर्व एवं उसके पश्चात दिए गए सभी उपहार एवं धन पर पति का अधिकार होगा जैसे पत्नी के मायके से मिले गहने एवं अन्य सामान स्त्री धन को पति अथवा ससुराल पक्ष में कोई व्यक्ति ना तो छीन सकता है
महिलाओं को मारने पर कौन सी धारा लगती है
जानकारी के लिए आप लोगों को बताने की महिलाओं के मारने पर कौन सी धारा लगती है इसके बारे में आप लोगों को पूरी जानकारी देने वाले हैं तो आप लोगों को बता दें कि 304 बी के तहत दहेज हत्या का मामला दर्ज होता है इस कानून के तहत अगर शादी के 7 सालों के अंदर महिला की मौत हो जाती है जिसके पीछे प्रकृति के कारण होते हैं और मृत्यु से पहले उसके साथ भेजो के लिए कुरेता उत्पीड़न हुआ तो उसे मौत का दहेज हत्या मान लिया जाता है हालांकि आप लोगों को बता दें कि यहां तक कि अगर पत्नी ने घर बनाने में आर्थिक रूप से योगदान नहीं दिया था तो पति को उसे घर छोड़ने के लिए कहने का कोई अधिकार नहीं है जब तक कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा कानूनी रूप से तलाक नहीं दिया जाता उसे तब तक घर में रहने का अधिकार है जब तक कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा उनका तलाक नहीं कर दिया जाता
निष्कर्ष (Conclusion
आप लोगों को बता दें के उपरोक्त पोस्ट और लिस्ट के माध्यम से हम आप लोगों को यही जानकारी प्रदान किए हैं कि संविधान की पुस्तकों में कितने पेज हैं इसके बारे में आप लोगों को पूरी जानकारी दिया गया और आप लोगों को बताया कि भारत का संविधान कितने पेज का है और संविधान के लिखने वाले व्यक्ति कौन हैं भारत का संविधान बनाने में कितना समय लगा था तो आप लोगों को बता दें कि भारत का संविधान बनाने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगा था हालांकि से 26 नवंबर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को संबोधित किया गया था और जनवरी के लिए आप लोगों को बता दें कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू कर दिया गया था पूरे भारतवर्ष में जानकारी के लिए आप लोगों को बता दें कि आज भी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है और आप लोगों को बताया गया है कि भारतीय संविधान की परिभाषा क्या है और भारत का संविधान बनाने में कितना समय लगा था भारतीय संविधान कितने शब्दों से मिलकर बना है और भारत के संविधान कितने घंटे में लिखा गया था इसके बारे में भी आप लोगों को पूरी जानकारी दिया गया अब लोगों को बताया गया है कि संविधान बनाने में सबसे बड़ा योगदान किसका था तो आप लोगों को बता दें कि संविधान सभी का मोहर पर किसका चित्र है तो सभी सभा संविधान पर हाथी का चित्र है और आप लोगों को बताया कि भारत में कितने अधिकार हैं और महिलाओं का अधिकार क्या है महिलाओं के लिए कौन सी धारा है विवाहित महिला का अधिकार क्या है महिलाओं को मारने पर कौन सी धारा लगती है इसके बारे में आप लोगों को पूरी जानकारी दिया गया तो आप लोगों को बता दें कि हम आप लोगों को जो भी इंफॉर्मेशन दिए हैं लीगल तरीके से इंटरनेट के माध्यम से आप लोगों को कोई गलत इंफॉर्मेशन नहीं दिए अगर आप लोग भारत का संविधान की पूरी इंफॉर्मेशन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप लोग उपरोक्त पोस्ट के माध्यम से बहुत ही आसानी से इंफॉर्मेशन प्राप्त कर सकते हैं